गुरु दत्तात्रेय ने मत्स्येन्द्र को दीक्षा प्रदान की तथा तंत्र के आदि देव भगवान् शंकर ने उन्हें शाबर मंत्रों की रचना का आदेश दिया। “हनुमान जाग.—- किलकारी मार.—- तू हुंकारे.—- राम काज सँवारे.—- ओढ़ सिंदूर सीता मैया का.—- तू प्रहरी राम द्वारे.—- मैं बुलाऊँ , तु अब आ. Fragrant https://baglamukhi93715.blogdal.com/27122961/not-known-factual-statements-about-shabar-mantra